माँ की रसोई: मात्र 9 रुपये में पौष्टिक भोजन, यूपी की नई पहल

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“उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में ‘माँ की रसोई’ शुरू की, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को मात्र 9 रुपये में दाल, रोटी, चावल, सब्जी, सलाद और मिठाई का पूरा भोजन प्रदान करती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पहल का उद्घाटन किया, जो महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं और अस्पताल आने वालों को लाभ देगी।”

माँ की रसोई: यूपी में गरीबों के लिए सस्ता और स्वच्छ भोजन

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल परिसर में ‘माँ की रसोई’ नामक एक सामुदायिक रसोई की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को किफायती दर पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। इस पहल को नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित किया जा रहा है, और इसका उद्घाटन 10 जनवरी 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस रसोई में मात्र 9 रुपये में एक थाली मिलती है, जिसमें दाल, चार रोटी, सब्जी, चावल, सलाद और मिठाई शामिल हैं। यह पहल खास तौर पर उन लोगों के लिए वरदान साबित होगी जो अस्पताल में अपने परिजनों के इलाज के लिए आते हैं और भोजन की चिंता में रहते हैं।

‘माँ की रसोई’ का उद्घाटन महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच हुआ, जो 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में आयोजित होगा। इस मेले में लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्नान करने आएंगे। इस दौरान ‘माँ की रसोई’ श्रद्धालुओं को भी सस्ता और स्वच्छ भोजन प्रदान करेगी। रसोई 2000 वर्ग फुट के क्षेत्र में बनाई गई है, जो पूरी तरह वातानुकूलित (AC) और स्वच्छता के उच्च मानकों को पूरा करती है। इसमें एक बार में 150 लोग भोजन कर सकते हैं।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन के दौरान स्वयं भोजन परोसकर इस पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। उन्होंने रसोई का निरीक्षण किया और भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और व्यवस्था की सराहना की। उनके साथ जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। योगी ने कहा कि यह पहल न केवल गरीबों के लिए भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी, बल्कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में भी श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ाएगी।

नंदी सेवा संस्थान के अनुसार, यह रसोई उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगी जो आर्थिक तंगी के कारण पौष्टिक भोजन नहीं खरीद सकते। अस्पताल में मरीजों के परिजनों को अक्सर भोजन की व्यवस्था में परेशानी होती है, और ‘माँ की रसोई’ उनकी इस समस्या का समाधान करेगी। इसके अलावा, यह पहल महाकुंभ के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को भी लाभ पहुंचाएगी, जो किफायती और स्वच्छ भोजन की तलाश में होंगे।

इसके साथ ही, योगी आदित्यनाथ ने ‘कुंभवाणी’ नामक एक विशेष रेडियो चैनल का भी उद्घाटन किया, जो 103.5 MHz पर प्रसारित होगा। यह चैनल 10 जनवरी से 26 फरवरी तक सुबह 5:55 से रात 10:05 तक महाकुंभ से संबंधित जानकारी प्रसारित करेगा। यह सुविधा दूरदराज के गांवों में रहने वाले लोगों तक मेले की जानकारी पहुंचाएगी।

‘माँ की रसोई’ जैसी पहल भारत में किफायती भोजन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे पहले तमिलनाडु में ‘अम्मा कैंटीन’ और बिहार में ‘दीदी की रसोई’ जैसे मॉडल सफल रहे हैं। यह पहल न केवल भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करती है, बल्कि गरीबों को सम्मान के साथ भोजन प्रदान करने पर भी जोर देती है।

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Disclaimer: यह लेख समाचार स्रोतों, सरकारी बयानों और विश्वसनीय रिपोर्ट्स पर आधारित है। जानकारी की सटीकता के लिए Times of India, The Hindu, NDTV, और अन्य समाचार स्रोतों का उपयोग किया गया है।

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